रोड रेज मामले में पंजाब की पटियाला जेल में बंद कांग्रेस के पूर्व प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू की रिहाई अटक सकती है। अपको बता दे, 26 जनवरी को रिहा होने वाले कैदियों की सूची को अभी पंजाब सरकार की मंजूरी नहीं मिली है। अगर नवजोत सिंह सिद्धू रिहा नहीं होते तो उनके समर्थकों की तैयारी धरी की धरी रह जाएगी। इतना ही नहीं, वह कश्मीर में राहुल गांधी की यात्रा में भी शामिल नहीं हो पाएंगे।
कैबिनेट की बैठक में कैदियों की तैयार लिस्ट पर विचार किया जाना है। बैठक आने वाली 1 फरवरी को होनी है। वहीं, माना जा रहा है कि नवजोत सिंह सिद्धू के रिहा होने के सपने पर पानी फिर सकता है। इतना ही नहीं, 1 फरवरी को कैबिनेट में फैसला लिए जाने के बाद इस फाइल को राज्यपाल के पास भी मंजूरी के लिए भेजा जाना है। वहीं, CM भगवंत मान चाहें तो इसकी घोषणा कर सकते हैं और फैसला भी ले सकते हैं।
जानकारी के अनुसार, नवजोत सिंह सिद्धू 20 मई को पटियाला जेल में गए थे। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के बाद कोर्ट में सरेंडर किया था। उन्हें एक साल की सजा हो चुकी है। उन्हें दिसंबर 1988 के रोड रेज मामले में सजा मिली है। जिसमें एक बुजुर्ग की सिद्धू के साथ पार्किंग को लेकर झड़प हो गई थी और गुस्से में सिद्धू ने उन्हें मुक्का मार दिया था। जिसके बाद बुजुर्ग की मौत हो गई थी।