कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान मध्यप्रदेश के आगर मालवा में जनसभा को संबोधित करते हुए भाजपा और RSS पर हमला बोला दिया। उन्होंने कहा कि ये लोग ‘जय सिया राम’ का नारा नहीं लगाते। क्योंकि वो सीता का आदर नहीं करते। उनके संगठन में महिला को स्थान नहीं है। राहुल गांधी ने आगे कहा RSS के मित्रों से कहना चाहता हूं कि जय श्री राम के अलावा जय सियाराम और हे राम का प्रयोग कीजिए, सीताजी का अपमान मत कीजिए।
शाहनवाज हुसैन ने कहा कि भाजपा को राहुल गांधी के सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है। वे इलेक्शन वाले हिंदू हैं। तो वहीं, ब्रजेश पाठक ने कहा कि राहुल गांधी नाटक मंडली के नेता हैं। वो कोट के ऊपर जनेऊ पहनते हैं। उनको भारत की संस्कृति के बारे में कुछ नहीं पता है। बस गली-गली दौड़ रहे हैं, क्योंकि जानता ने इनको नकार दिया है।
अपको बता दें कि कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा मध्य प्रदेश के बाद राजस्थान जाएगी। राजस्थान के बाद हरियाणा और उसके बाद दिल्ली जाएगी।
राहुल गांधी का पूरा बयान पढ़िए-
- जय सियाराम’ इसका मतलब क्या है? जय सीता और जय राम, मतलब सीता और राम एक ही हैं। इसलिए नारा है जय सियाराम या जय सीताराम। भगवान राम सीता जी की इज्जत के लिए लड़े। हम जयसिया राम कहते हैं और समाज में महिलाओं का सीता की तरह आदर करते हैं।
- जय श्रीराम, इसमें हम राम भगवान की जय कहते हैं। पंडित जी ने मुझसे कहा कि आप अपनी स्पीच में पूछिए कि भाजपा के लोग जय श्रीराम करते हैं, लेकिन जय सियाराम और हे राम क्यों नहीं करते।
- RSS और भाजपा के लोग, जिस भावना से भगवान राम ने अपनी जिंदगी जी, उस भावना से जिंदगी नहीं जीते हैं। राम ने किसी के साथ अन्याय नहीं किया।
- राम ने समाज को जोड़ने का काम किया। राम ने सबको इज्जत दी। RSS और भाजपा के लोग भगवान राम के जीने के तरीके को नहीं अपनाते। वो सियाराम और सीताराम कर ही नहीं सकते, क्योंकि उनके संगठन में एक महिला नहीं है, तो वो जय सिया राम का संगठन ही नहीं है, उनके संगठन में सीता तो आ ही नहीं सकती, सीता को तो बाहर कर दिया। ये बातें मुझे एक पंडित जी ने सड़क पर कहीं।
- मैं RSS के लोगों से कहना चाहता हूं कि जय श्रीराम, जय सियाराम और हे राम का प्रयोग कीजिए। सीता जी का अपमान मत कीजिए।
- गांधी जी हे राम कहते थे। गांधी जी का नारा था हे राम। हे राम का मतलब क्या? हे राम का मतलब राम एक जीने का तरीका था, भगवान राम सिर्फ एक व्यक्ति नहीं थे, एक जिंदगी जीने का तरीका थे, प्यार, भाईचारा, इज्जत, तपस्या, उन्होंने पूरी दुनिया को जीने का तरीका सीखाया।
- गांधी जी हे राम कहते थे, उनका मतलब था, जो भगवान राम है, वो भावना हमारे दिल में है। और उसी भावना को लेकर हमें जिंदगी जीना है। ये हैं हे राम।