फतेहाबाद: देश की सबसे ऊंची चोटी माऊंट एवरेस्ट को फतेह करने वाली फतेहाबाद जिले की एकमात्र पर्वतारोही गांव बनगांव निवासी मनीषा पायल को सरकार द्वारा कोई सम्मान न दिए जाने से खफा गांव बनगांव के ग्रामीण आज मनीषा पायल के पक्ष में एकजुट हुए और लघु सचिवालय में धरना दिया। यही नहीं ग्राम पंचायत बनावाली ने एक रेज्यूलेशन पास करके इसे डीसी के मार्फत सीएम को भी भेजा है। इस अवसर पर मनीषा पायल ने बताया कि उन्होंने 2019 में 42 दिन की मेहनत के बाद एवरेस्ट फतेह किया था और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पोस्टर एवरेस्ट पर फहराया था। चार साल हो चुके हैं, लेकिन सरकार की ओर से उनको अभी तक कोई सुविधा नहीं मिली है।
वहीं गांव बनावाली के ग्रामीणों ने एक रेज्यूलेशन पास करके आज एडीसी को सौंपा है, जिसमें उन्होंने कहा कि मनीषा पायल ने 22 मई 2019 को दुनिया की सबसे ऊंची चोटी एवरेस्ट को फतह किया है। चार साल की समय बीत जाने के बाद भी जिले के तीनों विधायकों व सांसद तो छोडि़ए सरकार की ओर से उनको किसी प्रकार का कोई सम्मान नहीं दिया गया है। जबकि मनीषा को पूर्व के पर्वतारोहियों की तरह योग्यता अनुसार नौकरी के साथ-साथ हर प्रकार का सम्मान दिया जाना चाहिए। उन्होंने मांग की कि खेल कोटे के तहत खिलाडिय़ों को मिलने वाली हर प्रकार की सुविधा मनीषा को दी जाए। मनीषा को हरियाणा सरकार की मुहिम बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान का ब्रांड अंबेसडर बनाया जाए। जिस प्रकार एवरेस्ट विजेताओं को डीएसपी की नौकरी दी गई है, मनीषा को भी दी जाए।