डीजीसीए ने शुक्रवार को एअर इंडिया के बोइंग 787 ड्रीमलाइनर बेड़े के सुरक्षा जांच के आदेश दिए हैं। यह आदेश 12 जून को अहमदाबाद प्लेन हादसे में 241 लोगों की मौत के एक दिन बाद जारी किया गया है। इसमें कहा गया है कि बोइंग के 787-8 और 787-9 हवाई जहाजों की हर उड़ान से पहले जांच होगी। सभी रिपोर्ट्स DGCA को सौंपी जाएंगी। डीजीसीए ने एअर इंडिया को जेनएक्स इंजन वाले बोइंग 787-8 और 787-9 विमानों के अतिरिक्त रखरखाव का निर्देश दिया है। यह आदेश 15 जून से लागू हो जाएगा। टाटा ग्रुप की एयर इंडिया के बेड़े में 26 बोइंग 787-8 और 7 बोइंग 787-9 हैं।
हर उड़ान से पहले ये 9 जांच जरूरी
- फ्यूल सिस्टम की जांच यानी ईंधन से जुड़े पैरामीटर सही हैं या नहीं।
- कैबिन में हवा पहुंचाने वाले सिस्टम की जांच।
- इंजन कंट्रोल सिस्टम की जांच।
- इंजन में ईंधन डालने और ऑयल सिस्टम की जांच।
- हाइड्रोलिक सिस्टम की जांच, जो प्लेन के पहिए, ब्रेक कंट्रोल करता है
- टेक-ऑफ के आंकड़ों जैसे रफ्तार, वजन की दोबारा समीक्षा।
- एक नया फ्लाइट कंट्रोल चेक होगा, जो हर स्टॉप पर किया जाएगा।
- पावर टेस्ट (इंजन ताकत की जांच) अगले 2 हफ्ते में करना अनिवार्य है।
- पिछले 15 दिन में इन विमानों में जो भी खराबी बार-बार आई है, उसकी जांच पूरी किए बिना कोई मेंटेनेंस बंद नहीं होगा।