हरियाणा के भिवानी में लेडी टीचर मनीषा का मर्डर केस गरमा गया है। शनिवार को आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर ग्रामीणों ने लोहारू में कॉलेज के बाहर दिल्ली-पिलानी रोड को एक घंटे के लिए जाम कर दिया। उधर, आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर 3 दिन से परिवार ढिगावा में धरने पर बैठा है। अब तक उन्होंने शव नहीं उठाया है। वहीं, आज लोहारू में व्यापार मंडल ने भी दुकानें बंद की हुई हैं।
इसके पहले शुक्रवार को आरोपियों की गिरफ्तारी न होने पर CM नायब सैनी ने SP मनबीर सिंह को हटा दिया। उनकी जगह सुमित कुमार को SP नियुक्त किया गया है। इसके अलावा लोहारू थाना प्रभारी (SHO) अशोक, महिला ASI शकुंतला और डायल-112 की इमरजेंसी रिस्पॉन्स व्हीकल (ERV) टीम के ASI अनूप, कॉन्स्टेबल पवन व SPO धर्मेंद्र को सस्पेंड कर विभागीय कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
मनीषा का शव 13 अगस्त को सिंघानी गांव के खेतों में मिला था। उसका गला रेता हुआ था। 14 अगस्त को मनीषा के परिवार ने शव उठाने से इनकार करते हुए पुलिस अधिकारियों पर लापरवाही के आरोप लगाए।
पिता का कहना था कि जब वह थाने गए तो मनीषा को ढूंढने के बजाय पुलिस वालों ने कहा कि लड़की भाग गई है तो 2 दिन में वापस आ जाएगी।
पिता बोले- पुलिस कार्रवाई करती जो जान बच जाती
नीषा के पिता संजय ने बताया कि इस मामले में पुलिस की बहुत बड़ी लापरवाही रही। अगर पुलिस सूचना मिलते ही मनीषा की तलाश में कार्रवाई करती ताे उसकी जान भी बचा सकती थी। पुलिस ने कार्रवाई कि बजाय मुझसे अभद्र भाषा में बात करती रही। पुलिस कर्मचारियों ने मुझे कहा कि लड़की भाग गई, 2 दिन में वापस आ जाएगी। पुलिस ने शुरू से ही इस मामले काे गंभीरता से नहीं लिया।
मामा ने कहा- दूसरे डॉक्टरों का बोर्ड पोस्टमॉर्टम करे
वहीं मामा कुलदीप ने बताया कि पुलिस ने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की। जिसके कारण 11 सदस्य कमेटी भी संतुष्ट नहीं है। आरोपियों की गिरफ्तारी समेत अन्य मांगें पूरी होने तक प्रदर्शन जारी रहेगा। पुलिस ने जो पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट दिखाई है, उसमें हत्या को लेकर कुछ भी स्पष्ट नहीं है। मनीषा का भिवानी के अलावा कहीं और डॉक्टरों के बोर्ड से पोस्टमॉर्टम कराया जाए।