पंजाब के फाजिल्का में न्यू वियरवेल शोरुम के मालिक संजय वर्मा की हत्या करने वाले 2 हत्यारों का मंगलवार को पुलिस ने एनकाउंटर कर दिया। इन दोनों को पुलिस हथियार बरामदगी के लिए लेकर गई थी, लेकिन वहां पर इनके साथियों ने पुलिस पर फायरिंग कर दी। इसके जवाब में पुलिस ने भी गोलियां चलाई, जिसमें दोनों आरोपी मारे गए। हालांकि इनके साथी फरार हो गए। फरार आरोपी 2 से 3 बताए जा रहे हैं। इस मुठभेड़ में हेड कॉन्स्टेबल भी घायल हुआ है, जिसे अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। उधर, लॉरेंस गैंग के शूटर आरजू बिश्नोई ने सोशल मीडिया पर पोस्ट डालकर इस एनकाउंटर को फर्जी बताया। पोस्ट में लिखा- दोनों बेकसूर थे। ये वारदात में शामिल नहीं थे। सोमवार (8 जुलाई) को अबोहर में संजय वर्मा की गोलियां मारकर हत्या कर दी थी। मंगलवार को उनका अंतिम संस्कार किया गया।
DIG ने बताई एनकाउंटर की पूरी कहानी
1. CCTV फुटेज से पता चला हत्या में 5 लोग शामिल DIG हरमनबीर सिंह गिल ने बताया कि अबोहर में कारोबारी संजय वर्मा की हत्या की जांच चल रही थी। हत्या संबंधी सीसीटीवी फुटेज में स्विफ्ट कार दिखाई दी थी। इसको पुलिस ने ट्रैक करना शुरू कर दिया तो पता चला कि हत्या में कुल 5 लोग शामिल थे। तीन मोटरसाइकिल पर आए थे। जबकि 2 लोग कार में बैकअप के लिए रखे थे।
2. कपड़े उतारकर फेंके, हथियार रास्ते में छिपाए DIG ने कहा वारदात के बाद कार सवार शूटरों को भगाकर लेकर गए थे। इसके बाद हमारी टीमों ने पटियाला के राम रतन और मर्दनपुर के जसप्रीत सिंह को गिरफ्तार किया। पूछताछ में इन्होंने बताया कि वारदात के समय जो पगड़ी बांधी थी और कपडे़ पहने हुए थे, वह रास्ते में उतारकर फेंक दिए थे। वारदात में प्रयोग किए हथियार भी रास्ते में छिपा दिए थे।