देश के अधिकतर हिस्सों में जुलाई में सामान्य से ज्यादा बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग ने सोमवार को यह जानकारी दी। साथ ही मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और हरियाणा के लोगों को बाढ़ से सतर्क रहने की सलाह दी है। हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में सोमवार रात 4 जगह बादल फटने से भारी नुकसान हुआ है। बाढ़ और लैंडस्लाइड से अब तक तीन लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 10 लोग लापता हैं। इसके अलावा 20 घरों को नुकसान पहुंचा है। उत्तराखंड में भी भारी बारिश का दौर जारी है। सोमवार को कोटद्वार-बद्रीनाथ मार्ग पर सतपुली के पास लैंडस्लाइड हुई। इस वजह से पौड़ी-मेरठ नेशनल हाईवे बंद हो गया। वहीं, उत्तरकाशी में भूस्खलन और कुछ हिस्सों के बह जाने के कारण यमुनोत्री हाईवे बंद हो गया है। राजस्थान में मानसून सीजन में अब तक 136 फीसदी ज्यादा बरसात हुई है। 1 से 29 जून तक औसत बारिश 50.7mm होती है, जबकि इस सीजन में अब तक कुल 119.4mm बरसात हो चुकी है। आज भी राज्य के सभी जिलों में बारिश का अलर्ट है।
Mandi, Himachal Pradesh: Heavy rain and flash floods in Mandi district caused one death, seven missing, and extensive damage. Rescue efforts are ongoing. Beas River is flooding, schools closed, roads and bridges damaged, disrupting connectivity. Authorities urge people to stay… pic.twitter.com/G1pUcu2GT8
— IANS (@ians_india) July 1, 2025
प्रयागराज में फ्लड रिस्पॉन्स टीम गठित
प्रयागराज में गंगा-यमुना के बढ़ते जलस्तर के मद्देनजर प्रशासन ने फ्लड रिस्पॉन्स टीम गठित कर दी है। घाटों के किनारे बाढ़ चौकियां बनाई गई हैं। बाढ़ से जुड़ी तैयारियों के लिए कई विभागों ने जॉइंट मॉक ड्रिल भी की।