फतेहाबाद/भट्टूकलां: पक्का रोजगार और 26 हजार रुपये न्यूनतम वेतन की मांग को लेकर पिछले 38 दिनों से ग्रामीण सफाई कर्मचारियों की हड़ताल वीरवार को भी जारी रही। भट्टूकलां के बीडीपीओ कार्यालय पर धरना दे रहे ग्रामीण सफाई कर्मचारियों द्वारा आज देश के महान क्रांतिकारी करतार सिंह सराभा का बलिदान दिवस मनाया गया। कर्मचारियों ने करतार सिंह सराभा को याद करते हुए उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए। आज के धरने की अध्यक्षता जिला वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुनील कुमार ने की। इस दौरान ग्रामीण सफाई कर्मचारियों ने सरकार की हठधर्मिता के खिलाफ नारेबाजी कर रोष जताया। धरने को संबोधित करते हुए सुनील कुमार ने कहा कि आज हमारे देश के महान क्रांतिकारी करतार सिंह सराभा का बलिदान दिवस है, हम सब उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। हमें उनसे प्रेरणा मिलती है कि हमें अपने हकों को लेकर संघर्षरत रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि 19 वर्ष की अल्पायु में ही अंग्रेजों द्वारा उन्हें फांसी दी गई थी उन्होंने हंसते-हंसते फांसी का फंदा चूम लिया। हम भी हमारे संघर्ष के लिए प्राणों की आहुति देने से पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने हमारी जायज मांगों को नहीं माना तो प्रदेशभर के ग्रामीण सफाई कर्मचारी संघर्ष को तेज करेंगे और सरकार को उनकी मांगों को मानने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। आज ग्रामीण सफाई कर्मचारियों के धरने में हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ के जिला सचिव देसराज माचरा व सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के खंड कोषाध्यक्ष मैनपाल खलेरी ने भी भाग लिया। उन्होंने कहा कि संघर्ष की हमेशा जीत होती है। इतिहास गवाह है कि संघर्ष के बल पर ही अनेक सरकारों को मजबूर होना पड़ा। उन्होंने मांग की कि हरियाणा सरकार तुरंत इन कर्मचारियों से बातचीत करके उनका समाधान करें। आज हड़ताल का संचालन ब्लाक सचिव राम भगत ने किया। आज हड़ताल में रुली राम, सतवीर, घडसी राम, रमेश, अमित, रणबीर, प्रताप सिंह, राम, सिंबू राम, विकास, सरजीत, पार्वती, विमल, सुमित्रा, विद्या देवी सहित अनेक ग्रामीण सफाई कर्मचारी मौजूद रहे।