मोहाली: पंचम धाम की शुरुआत वर्ष 2018 में हुई थी और अब यह अपने छठे वर्ष में है। पंचम धाम ट्रस्ट जिसे पहले 1008 नामों के नाम से जाना जाता था, शिव संघ सनातन धर्म के मार्ग को जीवित रखने में कामयाब रहा है। यह प्रयास आज नई ऊंचाइयों को छू रहा है और हर साल एक नया मोड़ ले रहा है। यह अभियान डा. शैलेश हीरानंदानी की 20 साल की कड़ी मेहनत के परिणामस्वरूप शुरू हुआ। इस अभियान में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ नेता श्री इंद्रेश कुमार जी ने भारत में सनातन धर्म आंदोलन में अपना अथक प्रयास किया। शैलेश हीरानंदानी का समर्थन कर रहे हैं। इस अभियान के तहत वह पूरी दुनिया में इसका प्रचार-प्रसार करने में लगे हुए थे। प्रोफेसर गीता सिंह ने पंचम धाम और शिव संघ के 1008 नामों पर एक पुस्तक लिखने का बीड़ा उठाया है, जिसमें सभी दस्तावेजों को संकलित कर एक लेख में परिवर्तित किया जाएगा। जल्द ही पंचम धाम के विकास और प्रेरणा का इतिहास दुनिया के सामने लिखा जाएगा।
पूज्य स्वामी जी के वर्ष 2023-24 के अमृत महोत्सव के अवसर पर प.पू. स्वामी गोविंददेव गिरि जी महाराज के नेतृत्व में पंचम धाम ट्रस्ट कंबोडिया के संरक्षण में पांच दिवसीय यात्रा शुरू करने जा रहे हैं। पांच दिवसीय यात्रा 28 नवंबर को शुरू होगी और 2 दिसंबर, 2023 को समाप्त होगी। इसके तहत विश्व के सबसे बड़े मंदिर अंगकोरवाट, पर्यटन, सत्संग, जिज्ञासा-समाधान, अंगकोरवाट विष्णुधाम ग्रंथ प्रकाशन, भगवान बुद्ध कथा प्रवचन, प्राकृतिक अलौकिक कॉम्बो की अविश्वसनीय यात्रा कराई जाएगी। इस तीर्थयात्रा में एक करोड़ तीर्थयात्रियों ने पंचम धाम कंबोडिया तीर्थ स्थल अंगकोरवाट विष्णु धाम की यात्रा का संकल्प है।