विपुल मित्तल-
मंडी: अढ़ाई साल पहले जनपद को पहली महिला पुलिस अधीक्षक मिली थी। वहीं अब एक बार फिर मंडी को महिला आईपीएस अधिकारी बतौर पुलिस अधीक्षक मिली है। मंगलवार को आईपीएस अधिकारी सौम्या सांबशिवन ने कार्यभार संभाल लिया है।
इससे पूर्व मंडी पहुंचने पर आईपीएस सौम्या सांबशिवन को पुलिस विभाग ने “गार्ड ऑफ ऑनर” दिया। आईपीएस अधिकारी सौम्या ने मंडी जिला में 54वें पुलिस अधीक्षक के रूप में कार्यभार संभाला है।
आईपीएस अधिकारी शालिनी अग्निहोत्री के बाद सौम्या सांबशिवन दूसरी महिला पुलिस अधीक्षक हैं। आईपीएस अधिकारी शालिनी अग्निहोत्री वर्ष 2020 में पहली महिला एसपी के रूप में पारी शुरू की थी, 24 अगस्त 2020 को बतौर एसपी ज्वाइन किया था।
आईपीएस अधिकारी सौम्या सांबशिवन ने 28 मार्च 2023 को 54वें एसपी के रूप में पदभार ग्रहण किया है। आईपीएस अधिकारी सौम्या सांबशिवन इससे पूर्व कांगड़ा जिला के सकोह में द्वितीय आईआरबीएन (2nd IRBN) में कमांडेंट के पद पर तैनात थी।
2010 बैच की आईपीएस
आईपीएस अधिकारी सौम्या सांबशिवन मूल रूप से केरल की रहने वाली है। सौम्या सांबशिवन 2010 बैच की आईपीएस अधिकारी है। आईपीएस अधिकारी सौम्या सांबशिवन ने सिरमौर में बतौर पुलिस अधीक्षक पहला पदभार संभाला था।
गुड़िया प्रकरण के दौरान सौम्या को शिमला में पुलिस अधीक्षक की कमान सौंपी गई थी । शिमला जिला की पहली महिला पुलिस अधीक्षक बनने का श्रेय सौम्या को ही हासिल है।
सौम्या सांबशिवन मडर मिस्ट्री व ब्लाइंड मर्डर केस को सॉल्व करने में काफी माहिर है। यही कारण है कि IPS अधिकारी की पहचान लेडी सिंघम से भी होती है। आईपीएस अधिकारी बनने से पहले बैंक अधिकारी रही।
मिस साउथ इंडिया कांटेस्ट में फाइनलिस्ट भी रही थी। सिरमौर में पुलिस अधीक्षक रहने के दौरान मुस्लिम व हिन्दू भाईचारे में एक सकारात्मक भूमिका निभाई थी।