हिसार: हरियाणा के हिसार जिले से केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने नाबालिग लड़कियों से रेप और उनका यौन शोषण करने के आरोप में एक CSC संचालक को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि उसने कई बच्चियों का रेप किया है। इनके वीडियो बनाकर पोर्न वेबसाइटों पर डाले। इतना ही नहीं, वह इंटरनेट पर बच्चों का शोषण करने वाली सामग्री सर्च भी करता था, जिसकी वजह से वह नजर में आया और छानबीन के बाद पकड़ा गया। CBI की ओर से जारी बयान में बताया गया है कि आरोपी को बच्चों के शोषण वाली सामग्री इकट्ठा करने, ऐसा कंटेंट इंटरनेट पर सर्च करने, खुद के वीडियो और फोटो बनाने, अपने दोस्तों को फॉरवर्ड करने और इंटरनेट पर अपलोड करने का शौक था।
CBI ने की छानबीन और गिरफ्तारी की पूरी कार्रवाई…
- CBI ने खुफिया तरीके से जांच की: CBI के अनुसार, आरोपी के खिलाफ 29 मई को मामला दर्ज किया था। इस ऑपरेशन को बड़े ही गुप्त तरीके से अंजाम दिया। इसके बारे में पहले पूरी छानबीन की गई। पीड़ितों और उनके परिजनों से बात की गई। इसके बाद मामला दर्ज किया गया। जब तक मामला दर्ज नहीं हो गया, तब तक पीड़ितों और उनके परिजनों को कहा गया था कि वे किसी को कुछ न बताएं। ताकि, आरोपी को CBI की छानबीन की खबर न हो सके।
- इंटरपोल के डेटाबेस से जानकारी निकाली: CBI ने इंटरपोल के अंतरराष्ट्रीय बाल यौन शोषण (ICSE) डेटाबेस से बाल यौन शोषण सामग्री (CSAM) की तस्वीरें और वीडियो का पता लगाया। यह CSAM साइबर टिपलाइन रिपोर्ट्स से भी जुड़ा हुआ था, जो गूगल ने तैयार किया था।
- साइबर फोरेंसिक टीम से लोकेशन पता की: CBI ने इसकी रिपोर्ट इंडियन साइबर क्राइम कोआर्डिनेशन सेंटर और गृह मंत्रालय (MHA) को दी। इसके बाद साइबर फोरेंसिक टूल्स की मदद से सभी फोटो और वीडियो की जांच की तो पता चला कि पूरा अश्लील कंटेंट हरियाणा के हिसार जिले में बनाया गया है। इसमें दिख रहा था कि आरोपी कई नाबालिग बच्चियों का रेप और उनका यौन शोषण कर रहा था।
- 3 जून को गिरफ्तारी, घर से डिजिटल सबूत मिले: इसके बाद 3 जून को CBI ने आरोपी के घर पर दबिश दी और उसे गिरफ्तार किया। जब घर की तलाशी ली तो कई डिजिटल सबूत मिले। इनमें कई फोटो-वीडियो ऐसे थे, जो बिल्कुल साफ थे। इनसे पीड़ित बच्चों की फौरन पहचान भी हो गई। ये वे बच्चे थे, जिनसे आरोपी ने हाल ही में रेप लिया।