हरियाणा में हेल्थ बीमा योजना में सरकार फिर से बदलाव करने जा रही है। इसके तहत प्रदेश की 5 लाख एनुअल इनकम वाली फैमिली कवर होंगी। योजना का लाभ लेने के लिए उन्हें 5 हजार रुपए एनुअल प्रीमियम की वनटाइम पेमेंट करनी होगी। आयुष्मान भारत-चिरायु हरियाणा योजना के तहत अब तक प्रदेश में एक करोड़ 3 लाख स्वास्थ्य हेल्थ कार्ड बनाए जा चुके हैं। इनमें चिरायु हरियाणा के तहत 74 लाख 33 हजार 548 कार्ड और आयुष्मान भारत योजना के तहत 28 लाख 89 हजार कार्ड बनाए गए हैं। राज्य की स्वास्थ्य बीमा योजना में तीसरे बदलाव के बाद प्रदेश की 75% आबादी हेल्थ कवर में आ जाएगी।
जानिए क्या है चिरायु हरियाणा योजना?
चिरायु हरियाणा योजना में एनुअल इनकम की सीमा को 1.20 लाख रुपए से बढ़ाकर 1.80 लाख रुपए किया गया, जिससे प्रदेश के लगभग 28 लाख से अधिक परिवार इस योजना के दायरे में आ गए। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने लोगों को स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ देने के उद्देश्य से आयुष्मान भारत योजना का दायरा बढ़ाकर चिरायु हरियाणा योजना शुरू की है। इसके बाद सीएम ने इसका दायरा बढ़ाते हुए 1.80 लाख से 3 लाख रुपए तक कर दिया। अभी तक योजना के दायरे में आने वाले लोग 1500 रुपए का एनुअल प्रीमियम देकर इसका लाभ प्राप्त कर रहे हैं।
38 लाख लोगों को मिल रहा लाभ
इस प्रकार, आयुष्मान भारत और चिरायु हरियाणा योजना में लाभ लेने वाले परिवारों की संख्या लगभग 38 लाख तक पहुंच गई है। अब इस योजना का भी दायरा आगे बढ़ाया जा रहा है, जिसमें 5 हजार रुपए एनुअल प्रीमियम देकर 5 लाख एनुअल इनकम वाले लोग 5 लाख रुपए का मुफ्त इलाज प्राप्त कर सकते हैं। अभी इस योजना की शुरुआत होनी बाकी है।
1130 करोड़ रुपए हो चुके इलाज पर खर्च
आयुष्मान-चिरायु हरियाणा योजना के तहत प्रदेश में अभी तक करीब 9 लाख मरीजों के इलाज के लिए 1130 करोड़ रुपए के क्लेम का भुगतान राज्य सरकार की ओर से किया जा चुका है। आयुष्मान भारत योजना में 1.20 लाख रुपए एनुअल इनकम वाले परिवारों को ही शामिल किया गया था, जिसके तहत राज्य के 9.36 लाख परिवारों को लाभ मिला।
1500 तरह की बीमारियों का इलाज
योजना के तहत 1500 तरह की बीमारियों का इलाज किया जाएगा। आयुष्मान भारत योजना के तहत 715 अस्पताल सूचीबद्ध हैं। जिनमें से कुल 539 निजी अस्पताल और 176 सरकारी अस्पताल शामिल हैं। हरियाणा के 22 जिलों के लगभग 32 अस्पतालों में जरूरतमंद लोगों को स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ चिरायु योजना के माध्यम से दिया जा रहा है।