चरखी दादरी: हरियाणा के चरखी दादरी में 21 दिन से खड़े होकर तपस्या कर रहे महंत की मौत हो गई है। बुधवार को सिविल अस्पताल में उनके शव का पोस्टमॉर्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया गया। पुलिस के अनुसार, महंत तपस्या करते हुए अचानक गिर पड़े थे। उन्हें सिविल अस्पताल लाया गया, लेकिन डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मृतक की पहचान दादरी जिले के नौसवां गांव के निवासी 52 वर्षीय मुकेश कुमार उर्फ मुख्तानाथ के रूप में हुई है। उन्होंने 41 दिन की तपस्या का व्रत लिया था और केवल दूध पी रहे थे। 3 साल पहले ही वह महंत बने थे। उनकी पत्नी और 2 बच्चे भी हैं।
41 दिन की तपस्या का प्रण, 21वें दिन मौत
चरखी दादरी सिविल अस्पताल में पहुंचे ग्रामीणों ने बताया है कि अटेला नया के मंडालिया धाम पर मुकेश कुमार उर्फ मुख्तानाथ 21 दिनों से खड़ेश्री तपस्या कर रहे थे। उन्होंने जन कल्याण के लिए 41 दिन तक खड़े रहकर तपस्या करने का प्रण लिया था। मंगलवार, 20 मई की दोपहर को मुख्तानाथ रोजाना की तरह खड़े होकर तपस्या कर रहे थे। इसी दौरान वह अचानक बेहोश होकर गिर पड़े। मौके पर मौजूद रहे लोगों ने उन्हें संभाला और उनके मुंह पर पानी के छींटे मारे, लेकिन महंत उठे नहीं। इसके बाद लोगों ने डायल-112 पर कॉल किया। थोड़ी देर में पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने गाड़ी से महंत को सिविल अस्पताल पहुंचाया। यहां डॉक्टरों ने महंत को मृत बता दिया। बुधवार सुबह पुलिस ने सिविल अस्पताल में ही शव का पोस्टमॉर्टम करवाया और परिजनों को सौंप दिया।