हरियाणा के जेबीटी शिक्षकों को शिक्षा विभाग ने बड़ा झटका दिया है। लोकसभा चुनाव के कारण लगी आचार संहिता के कारण टीचर्स के शिक्षा विभाग द्वारा जारी ट्रांसफर ऑर्डर रद्द कर दिए गए हैं। इससे जेबीटी टीचर्स ट्रांसफर किए जाने के बाद भी ड्यूटी जॉइन नहीं कर पाए हैं। हाल ही में जारी किए गए उनके पोस्टिंग आदेश कथित तौर पर चुनाव प्रक्रिया के मद्देनजर रोक दिए गए हैं।
सूत्रों के अनुसार, स्टेट लेवल पर हुए ट्रांसफर में लगभग 9,200 जेबीटी को ट्रांसफर किया गया था। इस वर्ष हुई ट्रांसफर प्रक्रिया के तहत टीचर्स का ट्रांसफर दूसरे जिलों में कर दिया गया था। हालांकि, कार्यमुक्त करने या शामिल होने के आदेश 16 मार्च को जारी किए गए थे, जब चुनाव आयोग द्वारा आदर्श आचार संहिता की घोषणा की गई थी। इससे उनकी जॉइनिंग को लेकर संकट खड़ा हो गया है।
परिवार के सामने स्कूल एडमिशन का संकट
शिक्षा विभाग के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि कई शिक्षक नई तैनाती वाली जगह पर पहुंच गए, लेकिन चुनाव प्रक्रिया के मद्देनजर उन्हें शामिल होने की अनुमति नहीं दी गई है। हरियाणा प्राइमरी टीचर्स एसोसिएशन (HPTA) की राज्य इकाई के कोषाध्यक्ष चतर सिंह ने बताया कि कई शिक्षक, जो घरेलू सामान के साथ अपने नए पोस्टिंग स्थान पर चले गए हैं, उन्हें अधर में छोड़ दिया गया है।
उन्होंने कहा कि ऐसे शिक्षकों के परिवार असमंजस में हैं, क्योंकि स्कूलों में प्रवेश प्रक्रिया जल्द ही समाप्त होने की संभावना है।
इसलिए शिक्षा विभाग ने लगाई रोक
एचपीटीए के अध्यक्ष हरिओम राठी ने सरकार से इस मुद्दे का जल्द समाधान करने को कहा है। शिक्षकों के एक प्रतिनिधिमंडल ने कल यहां शिक्षा विभाग का प्रभार संभाल रही राज्य मंत्री सीमा त्रिखा के साथ यह मुद्दा उठाया। उन्होंने कथित तौर पर कहा कि इस मुद्दे को जल्द ही सुलझा लिया जाएगा।
एक शिक्षा अधिकारी ने बताया कि 80 से 90 प्रतिशत जेबीटी चुनाव विभाग के लिए बूथ स्तर के अधिकारी के रूप में काम कर रहे थे, इसलिए तबादलों पर रोक लगा दी गई है क्योंकि इससे चुनाव प्रक्रिया प्रभावित हो सकती है।