फतेहाबाद/नीटू गोयल: हरियाणा महिला विकास निगम द्वारा विधवा व तलाकशुदा महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए व्यक्तिगत कारोबार स्थापित करने हेतु बैंकों के माध्यम से तीन लाख रुपये तक के ऋण दिलवाने की योजना शुरू की है। उपायुक्त अजय सिंह तोमर ने यह जानकारी देते हुए बताया कि वर्ष 2023-24 के दौरान जिला फतेहाबाद के लिए 40 केसों का लक्ष्य रखा गया है। निगम द्वारा चालू वित्त वर्ष में 66 आवेदन प्राप्त हुए है जिनमें से बैंकों द्वारा 6 महिलाओं को 3 लाख 70 हजार रुपये स्वरोजगार के लिए दिए गए है। उपायुक्त अजय सिंह तोमर ने बताया कि योजना के अंतर्गत जिन विधवा व तलाकशुदा महिलाओं की वार्षिक आय 3 लाख रुपये तक है और आयु 18 से 60 वर्ष है, इस योजना की पात्र होंगी। योजना के तहत कुल ऋण का 10 प्रतिशत हिस्सा महिला को स्वयं वहन करना होगा तथा शेष 90 प्रतिशत राशि बैंकों के माध्यम से दी जाएगी। बैंक ऋण के ऊपर लगे ब्याज की प्रतिपूर्ति हरियाणा महिला विकास निगम द्वारा सब्सिडी के रूप में अदा की जाएगी, जिसकी अधिकतम सीमा 50 हजार रुपये व अवधि 3 वर्ष जो भी पहले होंगी। विभित्र क्रियाक्लापों के लिए जैसे कि बुटीक, मनियारी कपड़ा कार्य, सिलाई कढ़ाई, ई रिक्शा, मसाला, आचार इकाइयां/ खाद्य प्रसंस्करण, कैरी बैग का निर्माण, बेकरी, रेडीमेड गारमेंट्स इत्यादि तथा अन्य किसी भी कार्य जिसको महिलाये करने में सक्षम हो, उन सभी कार्यों को ऋण देने से पूर्व ट्रेनिंग भी करवाई जाएगी ताकि महिला को अपने कारोबार या लघु उद्योग स्थापित करने में कार्य कुशलता की कमी महसूस न हो। उन्होंने बताया कि अधिक जानकारी के लिये पात्र एवं इच्छुक महिलाएं जिला प्रबंधक, हरियाणा महिला विकास निगम, कार्यालय के दूरभाष नंबर 01667-220955 पर किसी भी कार्य दिवस के दौरान संपर्क कर सकती है।
लाभार्थियों ने मुख्यमंत्री व निगम का जताया आभार:-
हरियाणा महिला विकास निगम द्वारा शुरू की गई विधवाओं के लिए अनुदान राशि योजना की लाभार्थी निवासी ढाबी खुर्द रोशन देवी व टोहाना निवासी सीमा रानी ने हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल का धन्यवाद किया और कहा कि सरकार ने विधवा महिला जो पति की मृत्यु के बाद अत्याधिक परेशानी का सामना कर रही होती है, उनको खुद का रोजगार स्थापित करने के लिए स्कीम चलाई। उन्होंने हरियाणा महिला विकास निगम का भी धन्यवाद किया।
लाभार्थियों की संक्षिप्त पृष्ठभूमि:-
लाभार्थी रोशनी देवी पत्नी रामेश्वर, गांव ढाबी खुर्द की रहने वाली है। लाभार्थी के दो 2 बेटे हैं और 2016 में पति की मृत्यु के बाद उनके पास आय का कोई साधन नहीं था। वहीं दूसरी ओर लाभार्थी सीमा रानी पत्नी गुरमेल सिंह गांव टोहाना की रहने वाली है। उनका एक बेटा और 1 बेटी है। वर्ष 2006 में पति की मृत्यु के बाद उनके पास आय का कोई साधन नहीं था। दोनों की लाभार्थियों ने घर का खर्चा चलाने के लिए महिला निगम से ऋण प्राप्त कर स्वयं रोजगार शुरू किया।
क्या कहती हैं लाभार्थी रोशनी देवी:-
योजना का लाभ ले चुकी रोशनी देवी ने बताया कि उन्होंने मनियारी कार्य करने के लिए हरियाणा महिला विकास निगम के जिला कार्यालय में संर्पक किया। जिला कार्यालय द्वारा इनका आवेदन को 2 दिन के अंदर स्टेट बैंक ऑफ इडिंया, भट्टू में ऋण स्वीकृति के लिए भेजा गया। बैंक ने सभी दस्तावेजों और जरूरी कागजात पूरे कर इनका 2 लाख रुपये का ऋण पास किया। उक्त राषि से रोशनी देवी ने मनियारी के सामान से रोजगार शुरू किया ताकि उनकी पारिवारिक आय बढ़ सके। ऋण लेने के बाद इनकी आय 8000 रुपये मासिक बढ़ गई है।
क्या कहती हैं लाभार्थी सीमा रानी:-
ब्यूटी पार्लर कार्य के लिए ऋण प्राप्त करने के लिए सीमा रानी ने हरियाणा महिला विकास निगम के जिला कार्यालय में संर्पक किया। जिला कार्यालय द्वारा उनका आवेदन को एक दिन के अंदर पंजाब नेशनल बैंक, टोहाना को ऋण स्वीकृति के लिए भेजा गया। बैंक ने सभी दस्तावेजों और जरूरी कागजात पूरे कर इनका 1 लाख का ऋण पास किया। उक्त राशि से सीमा रानी ने ब्यूटी पार्लर के कार्य से रोजगार शुरू किया ताकि उनकी परिवारिक आय बढ़ सके। ऋण लेने के बाद इनकी आय 6000 रुपये मासिक बढ़ गई है।