लुधियाना: पंजाब में लुधियाना के पुलिस कमिश्नर स्वप्न शर्मा ने महिलाओं की शिकायतों पर लापरवाही और केस दर्ज करने में अनावश्यक देरी करने के मामले में थाना टिब्बा के एसएचओ सब-इंस्पेक्टर जसपाल सिंह को सस्पेंड कर दिया है। निलंबन के बाद एसएचओ को पुलिस लाइन भेज दिया गया और उनके खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिए गए हैं। इस मामले में सीपी ईस्ट सुमित सूद ने कहा है कि उन्हें एसएचओ के निलंबन की जानकारी नहीं थी, लेकिन यह पता चला है कि टिब्बा थाने में नए एसएचओ की नियुक्ति हो गई है। उन्होंने कहा- मुझे वरिष्ठ अधिकारियों की ओर से निर्देश दिया गया है कि महिला को बुलाकर उसका बयान तुरंत दर्ज किया जाए और कानून के अनुसार उसे न्याय दिलाया जाए।
- घरेलू हिंसा का मामला लेकर पहुंची महिला: पुलिस कमिश्नर स्वप्न शर्मा ने बताया है कि करीब 6 दिन पहले टिब्बा थाने के अंतर्गत जस्सियां रोड की रहने वाली एक महिला डॉली उनके पास शिकायत लेकर आई। उसने बताया कि उसके पति ने उस पर हमला किया था, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई थी। यह हमला पति-पत्नी के बीच चल रहे विवाद के कारण हुआ।
- एसएचओ ने मामले में FIR दर्ज करने में देरी की: सीपी के अनुसार, महिला ने बताया कि वह केस की शिकायत लेकर थाना टिब्बा पहुंची और एसएचओ जसपाल सिंह को अपनी शिकायत दी। उसने मामले में तुरंत कार्रवाई की मांग की, लेकिन एसएचओ ने मामले में लापरवाही बरतते हुए एफआईआर दर्ज करने में देरी की।
- सस्पेंड किए गए SHO, पुलिस लाइन भेजे: कमिश्नर ने बताया कि मंगलवार को जब पीड़ित महिला ने उनसे संपर्क किया तो उन्होंने शिकायत सुनने के बाद तुरंत एसएचओ को निलंबित करने और उन्हें पुलिस लाइंस भेजने का आदेश दिया। साथ ही उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि महिला का बयान तुरंत दर्ज किया जाए और एफआईआर दर्ज की जाए।
किसी भी थाना प्रभारी की लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी
सीपी शर्मा ने कहा- एसआई जसपाल सिंह को एसएचओ के पद से हटाने के बाद टिब्बा थाने में नए एसएचओ की नियुक्ति कर दी गई है। मैंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया है कि पीड़िता को तुरंत न्याय दिलाया जाए। लुधियाना पुलिस हर हाल में लोगों को न्याय दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है और किसी भी थाना प्रभारी की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। एसएचओ को कानून के अनुसार समय पर शिकायतकर्ता को न्याय देना चाहिए।
विधायक राजीनामा करवा रहे थे, इसलिए केस दर्ज नहीं हुआ
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, करीब 6 दिन पहले महिला टिब्बा थाने में अपने पति के खिलाफ शिकायत लेकर पहुंची थी। उसने SHO जसपाल सिंह को पूरी कहानी बताई थी। वहीं, पति ने भी महिला के खिलाफ शिकायत दी थी। जब पुलिस ने इस मामले में जांच शुरू की, तो पता चला कि एक विधायक मामले में राजीनामा करवाने की कोशिश कर रहे थे। सूत्रों के अनुसार, विधायक को मध्यस्थता कराने में कुछ दिन निकल गए, लेकिन बात नहीं बनी। इसके बाद महिला फिर से थाने में आई और SHO से FIR दर्ज करने के लिए कहा, लेकिन SHO ने राजीनामे के उम्मीद में FIR दर्ज नहीं की। इसके बाद महिला पुलिस कमिश्नर के पास चली गई और SHO की भी शिकायत कर दी। तब कमिश्नर ने यह कार्रवाई की।