पंचकूला/संदीप सैनी: मामला मानेसर का है जहां एक साजिश के तहत एडवोकेट की हत्या को कार एक्सीडेंट साबित करने की कोशिश की जा रही है। रिटायर प्रोफेसर पीडि़त अमरजीत सिहाग ऐलनाबाद जिला सिरसा के निवासी हैं, अपने पुत्र की हत्या का इंसाफ पाने के लिए पंचकूला में एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए माननीय मुख्यमंत्री मनोहर लाल से गुहार लगाते हुए पत्र लिखा है। वहीं पुलिस भी अपराधियों को बचाने की कोशिश में लगी हुई है। ऐसे में एक लाचार और दुखी पिता इंसाफ पाने के लिए हरियाणा के माननीय मुख्यमंत्री मनोहर लाल महोदय से गुहार लगाने को मजबूर है। एडवोकेट रोहित सिहाग के पिता ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर अपने बेटे की संदिग्ध अवस्था में कार दुर्घटना में हुई मौत की जांच करवाने का निवेदन किया है। दुर्घटना को मानेसर क्राइम ब्रांच द्वारा दबाने की कोशिश की जा रही है जिससे आहत होकर एडवोकेट रोहित सिहाग के पिता ने जांच को स्टेट क्राइम हरियाणा के पंचकूला में ट्रांसफर करने की गुहार लगाई है।
मृतक एडवोकेट रोहित सिहाग के पिता अमरजीत सिहाग ने सीएम को लिखे पत्र में बताया कि संदिग्ध अवस्था में हुई कार एक्सीडेंट में मौत की जांच के लिए एक प्रार्थना पत्र डीजीपी महोदय को दिया गया था जिन्होंने इस जांच के लिए कमिश्नर ऑफ़ पुलिस गुरुग्राम को अनुशंसा की। सीपी साहब ने यह जांच डीसीपी क्राइम गुरुग्राम को भेज दी, जहां से इस दुर्घटना की जांच क्राइम ब्रांच मानेसर को दे दी जाती है, जबकि अमरजीत सिहाग ने बताया कि हमने खास तौर पर यह गुहार लगाई थी कि इस जांच से मानेसर पुलिस को अलग रखा जाए, क्योंकि मानेसर पुलिस इस केस में लापरवाही करके कैस को रफा दफा कर चुकी है। अमरजीत यादव और आरोपित लोगों की पूरी पेठ मानेसर डीसीपी ऑफिस में है।
अमरजीत सिहाग ने बताया कि डीसीपी साहब मानेसर से आरोपी अमरजीत यादव की गहरी दोस्ती है। अमरजीत यादव संतोष मंडल का अवैध अंतर राज्य शराब का तंत्र चलता है और इसका सारा कार्य व पैसे का लेनदेन अमरजीत यादव देखता है। संतोष मंडल के पीछे परिवर्तन निदेशालय भी लगा हुआ है परंतु वह भारत से फरार है और नेपाल से अपने अवैध कार्यों को अंजाम दे रहा है। इस बात का पुख्ता सबूत है कि अमरजीत यादव की फोन पर डीसीपी मानेसर से 29/10/2023 को सुबह 4:30 बजे से 5:00 बजे के बीच हुई है। यह बात एक्सीडेंट के तुरंत बाद होना ही एक्सीडेंट को साजिश साबित करता है, क्योंकि ऐसा होना मुमकिन नहीं है कि एक आम आदमी का फोन इतनी सुबह कोई डीसीपी रैंक का अधिकारी उठा ले।
डीसीपी मानेसर के क्षेत्र में एक्सीडेंट एक साजिश के चलते प्लान किया गया था ताकि डीसीपी मानेसर के साथ चलती दोस्ती के तहत अपराधियों को इस हत्या के मामले से बिना कोई आरोप लगे बचाया जा सके। यह सारा खेल रोहित साहब की कंपनी सिक्स फेंटेसी में शेयर होल्डर होने के चलते अमरजीत यादव के द्वारा उसके हिस्से के पैसे की देनदारी से बचने के लिए रचा गया। एक्सीडेंट के बाद अपराधी द्वारा पीडि़त को कार में तड़पता छोडक़र उसके दोनों साथियों को अस्पताल पहुंचाना और उसके बाद एडवोकेट रोहित सिहाग को मृत अवस्था में अस्पताल पहुंचाना और उसे अज्ञात दिखाया जाना,हत्या वाली जगह से चौथे व्यक्ति का गायब पाया जाना, कार की फोरेंसिक जांच ना करवाना,एक्सीडेंट करने वाले ट्रक ड्राइवर को ट्रेंस ही नहीं किया गया। महज 2 किलोमीटर दूर टोल टैक्स प्लाजा होने के बावजूद भी नाके से सीसीटीवी कैमरा की फुटेज नहीं ली गई।
मृतक एडवोकेट रोहित सिहाग के पिता अमरजीत सिहाग ने कहा की इन सब तथ्यों से साफ तौर पर जाहिर होता है कि यह कोई रोड दुर्घटना नहीं बल्कि साजिश के तहत मेरे पुत्र की हत्या की गई है। लाचार पिता ने माननीय मुख्यमंत्री से निवेदन करते हुए कहा कि इसे विशेष एसआईटी बनाकर स्टेट क्राइम हरियाणा पंचकूला को दिया जाए। ताकि एक लाचार पिता को न्याय मिल सके।