फतेहाबाद। उपायुक्त अजय सिंह तोमर की अध्यक्षता में वीरवार को लघु सचिवालय के सभागार में मलेरिया, डेंगू व चिकनगुनिया के खात्मे एवं बचाव बारे स्वास्थ्य, यूएलबी, पंचायत, शिक्षा विभाग सहित संबंधित विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक हुई। बैठक में उपायुक्त ने अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि गांवों तथा शहरों में फोगिंग करवाए। इसके अलावा स्कूलों में भी फोगिंग करवाना संबंधित विभाग के अधिकारी सुनिश्चित करें। उपायुक्त ने कहा कि जिला में स्वास्थ्य विभाग द्वारा मच्छर जनित बीमारियों की जानकारी व बचाव के लिए डेंगू हेल्पलाइन नंबर 01667-226024 जारी किया गया है।
उन्होंने कहा कि मलेरिया, डेंगू व चिकनगुनिया के खात्मे को लेकर स्वास्थ्य विभाग पूर्णरूप से गंभीर एवं प्रयासरत है। सरकार द्वारा भी अथक प्रयास किए जा रहे हैं। अधिकारी भी तालमेल के साथ एक टीम वर्क की भावना से कार्य करते हुए जिला में मलेरिया, डेंगू व चिकनगुनिया की रोकथाम के लिए कार्य करें। मच्छर जनित बीमारियों से अतिरिक्त सावधानी बरतने व स्वच्छता बनाए रखने की अपील करते हुए उपायुक्त अजय सिंह तोमर ने नागरिकों से कहा कि वे स्वच्छता पर विशेष ध्यान दें। एक जगह पर पानी को इक्_ा न होने दें। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे इस बारे विद्यार्थियों व आमजन मानस को भी जागरूक करें।
उन्होंने कहा कि मच्छर ठहरे (एकत्रित) हुए पानी मे अंडे देते है, जिससे मलेरिया व डेंगू की बीमारी फैलाने वाले मच्छरों की बढ़ोतरी तेजी से होती है। इसलिए तुरंत प्रभाव से मलेरिया उन्मूलन की सभी टीम ठहरे हुए पानी मे काला तेल व टेमिफोस की दवाई का छिडक़ाव कर रहे हैं, जिससे मच्छर का लारवा खत्म हो सके और जानलेवा बीमारी फैलाने वाले मच्छरों की उत्पत्ति पर पूर्ण रूप से रोक लग सके। इस संबंध में जिला स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए है। उपायुक्त ने बताया कि जिला में ब्रीडिंग चेकर, फील्ड वर्कर द्वारा घर-घर जाकर मलेरिया उन्मूलन संबंधी मच्छर के लारवा की ब्रीडिंग चेक की जा रही है और ब्रीडिंग पाए जाने पर तुरंत प्रभाव से टीमों द्वारा टेमिफोस की दवाई डलवाकर लारवा को नष्ट किया जा रहा है।
उपायुक्त अजय सिंह तोमर ने नागरिकों से अपील की है कि वे हर रविवार को ड्राइ डे (शुष्क दिवस) के रूप मे मनाएं, जिस दौरान घर के सभी कूलर व टंकियों को अच्छी तरह से कपड़े से रगडक़र साफ कर लें, फ्रिज की ट्रे का पानी जो बिजली जाने के बाद फ्रिज की बर्फ के पिघलने से ट्रे में एकत्रित होता है, उसको जरूर साफ करें। अगर साफ करना संभव न हो तो उसमे 5 से 10 एमएल पेट्रोल या डीजल का तेल डाल सकते हैं। क्योंकि फ्रिज की ट्रे के साफ पानी में डेंगू फैलाने वाले एडीज मच्छर की उत्पत्ति होती है। घर में प्रयोग किए जा रहे एसी के पानी को एकत्रित न होने दें। एसी के साफ एकत्रित पानी में भी डेंगू फैलाने वाले मच्छर पैदा होते हैं, जिस पानी को निकालना संभव न हो उसमें काला तेल या डीजल डाल सकते हैं, जिससे मच्छरों की उत्पत्ति न हो पाए।
बैठक में सीएमओ डॉ. सपना गहलावत ने बताया कि जिले में घरों की जांच स्वास्थ्य विभाग की टीमों द्वारा की जा रही है और जिन घरों में मच्छर का लारवा मिल रहा है, उन सभी घरों में स्वास्थ्य विभाग द्वारा चेतावनी संबंधित नोटिस दिए जा रहे हैं और साथ में हिदायत भी दी है कि आगे से पानी के सभी स्त्रोतों की सप्ताह में एक बार पानी को सुखाकर अच्छी प्रकार से कपडे से रगडक़र साफ करें, जिससे मच्छरों की बढ़ोतरी पर रोक लग सके। रात को सोते समय नागरिकों को मच्छरदानी का प्रयोग करना चाहिए व दिन के समय पूरी बाजू के कपड़े पहनने चाहिए, जिससे मच्छर के काटने से बचा जा सके। उन्होंने बताया कि मलेरिया के शुरूआती लक्षणों में तेज ठंड के साथ बुखार आना, सर दर्द होना व उल्टियों का आना है। इसलिए कोई भी बुखार आने पर अपने नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र में जाकर मलेरिया की जांच करवाएं और अगर मलेरिया जांच में पाया जाता है तो उसका 14 दिन का ईलाज स्वास्थ्यकर्मी की देख रेख में करें।
इस अवसर पर नगराधीश सुरेश कुमार, सीएमओ डॉ. सपना गहलावत, डीडीपीओ बलजीत सिंह चहल, जिला शिक्षा अधिकारी दयानंद सिहाग, ईओ ऋषिकेश चौधरी, डॉ. विष्णु मित्तल, डिप्टी सीएमओ डॉ. अमित सैनी, एसएमओ डॉ. सुजाता बंसल, डॉ. राजेश कुमार, डॉ. पारूल, डॉ. अरूण, डॉ. चिराग, डॉ. हर्ष, डॉ. जितेंद्र, डॉ. निरपाल, मुकेश शर्मा सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।