शिमला: हिमाचल प्रदेश में बारिश से भारी नुकसान हो रहा है। कुल्लू के डोभी में अचानक आई बाढ़ के कारण फंसे लगभग 130 लोगों को पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम ने सुरक्षित बाहर निकाला। पुलिसकर्मियों ने लोगों को पीठ पर बैठाकर नाला पार करवाया। यह घटना फोजल नाले में अचानक जलस्तर बढ़ जाने के कारण हुई। कुल्लू, चंबा और लाहौल-स्पीति के ज्यादातर भागों में 3 दिन से मोबाइल कनेक्टिविटी नहीं है। सड़कें, पानी और बिजली भी बंद है। इससे चंबा, मनाली और लाहौल-स्पीति में फंसे पर्यटकों के परिजन उनसे संपर्क नहीं कर पा रहे। चंबा, कुल्लू और लाहौल-स्पीति में 2 हजार से ज्यादा टूरिस्ट और मणिमहेश यात्री फंसे हुए हैं। इसमें हरियाणा और पंजाब के टूरिस्ट भी शामिल हैं। सरकार ने भरमौर में फंसे 335 लोगों की एक लिस्ट जारी की है, जिसमें फंसे हुए श्रद्धालुओं के नाम और नंबर भी दिए गए हैं। यहां सड़कें बहाल होने का काम जारी है। उधर, बुधवार रात चंडीगढ़-मनाली फोरलेन पर मंडी में ओट के बनाला के पास पूरा पहाड़ सड़क पर आ गया। मंडी से सांसद कंगना रनोट ने इसे लेकर सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दुख जताया। कंगना रनोट ने कहा-

मंडी बनाला के पास हुए भीषण हादसे का समाचार अत्यंत दुखद है। पहाड़ धंसने से कई लोग और वाहनों के मलबे में दबे होने की आशंका है। मैं प्रशासन के संपर्क में हूं।
इसके कुछ ही घंटे बाद मंडी के DC ने कंगना रनोट के दावे को नकार दिया।
DC अपूर्व देवगन ने कहा-

बनाला लैंडस्लाइड में किसी भी गाड़ी और व्यक्ति के चपेट में आने की एविडेंस नहीं है। नेशनल हाईवे से मलबा हटाया जा रहा है।
वहीं, चंबा में 4 दिन की भारी बारिश से होली बाजार को खतरा हो गया है। रावी नदी के तेज बहाव से बाजार के साथ निचले घरों के नीचे भूमि कटाव हो रहा है। इससे कई घर खतरे की जद में हैं।