हरिद्वार: हरिद्वार की पावन धरा पर श्री नंगली बेला आश्रम, भूपतवाला त्रृषिकेश रोड़, पर भारतीय रैडक्रास समिति हरियाणा राज्य शाखा, चण्डीगढ़ द्वारा राज्य स्तरीय जूनियर प्रशिक्षण शिविर लड़़कियों दिनांक 05-11-2023 से 08-11-2023 तीसरे दिन की शुरुआत प्रार्थना व ध्वाजारोहण के साथ हुई। जिसमें हरियाणा के 22 जिलों के अम्बाला, भिवानी, चरखी दादरी, फतेहाबाद, फरीदाबाद, गुरुगाम, हिसार, जीन्द, झज्जर, करनाल, कुरूक्षेत्र, कैथल, नारनौल, मेवात, पचंकूला, पलवल, पानीपत, रोहतक, रेवाडी, सोनीपत, सिरसा, यमुनानगर सेे लगभग 218 जूनियर्स व 42 अध्यापिकाऐं भाग लें रही है।
कैथल से आये रिसोर्स पर्सन सुबे सिंह व श्रीमति अमर रवीश ने प्रतिभागियों को योगा के महत्व के बारें बताते हुये कहा कि योग कर्मसु कौशलम् जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में हमें योगमयी होना चाहिए। उन्होनें प्रतिभागियों को प्राणायाम, कपालभाति, भस्त्रिाका आदि का महत्व बताते हुये अभ्यास करवाया। शिविर निदेशक, रामाशीष मण्डल ने जूनियर रैडक्रास के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए कहा कि रैडक्रास शाखा के उस भाग को जो स्कूलों मे काम करता है उसे जूनियर रैडक्रास कहते है । जूनियर रैडक्रास की स्थापना चाहे नियमित तौर से लीग आफ रैडक्रास की स्थापना के साथ हुई थी । परन्तु बच्चों की ओर से रैडक्रास के लिये काम बहुत पहले से शुरु हो गया था। स्कूल में पढ रहे बच्चों ने अपने अध्यापकों की प्रेरणा के साथ रैडक्रास के कामों में हाथ बंटाना शुरु कर दिया था। रैडक्रास की स्थापना सन 1863 में हुई । साथ ही 1870 मे फं्रास और जर्मनी के बीच लड़ाई शुरु हो गई । नीदरलैंड और जुयईद प्रांत के अध्यापकों से लीडन रैडक्रास बा्रंच के साथ शामिल होकर जूनियरों के साथ मिलकर घायल सैनिकों की मदद करके बहुत ही सराहनीय सेवा का काम किया। सन् 1899 में जब दक्षिणी अमेरिका में युद्व छिड गया तो कनाडा के ओनटेरियो नगर के सेंट मैरी स्कूल के बच्चों ने रैडक्रास के लिये काम किया उन्हंोंने एक क्लब बनाया जिस का नाम दि मैपल लीवज रखा गया इस क्लब का काम देखने के लिए एक विशेष अघ्यापक नियुक्त किया गया।
इस क्लब को जूनियर रैडक्रास का पहला अघ्याय कहा जा सकता है। 1919 मे लीग ऑफ रैडक्रास की स्थापना हुई। 1922 मेेे लीग काउंसिल की मीटिंग में विचार विमर्श उपरान्त यह निर्णय किया गया कि हर एक नैशनल रैडक्रास सोसयटी विधर्थियों के लिए जूनियर रैडकास की स्थापना करें । सन 1925 में भारतीय रैडक्रास सोसाइटी, राष्ट्रीय मुख्यालय, नई दिल्ली द्वारा जूनियर रैडक्रास शाखा स्थापित की गई तथा सभी राज्योुं से अपील की गई कि राज्य शाखाएं भी जूनियर रैडक्रास शाखा स्थापित करें। पंजाब देश का पहला राज्य था जिसने 22 सितम्बर 1926 को जूनियर रैडक्रास शाखा शुरु की। सन 1966 में हरियाणा प्रांत बनने के पश्चात जून, 1971 में हरियाणा राज्य रैडक्रॉस शाखा बनी। तभी से जूनियर रैडक्रॉस शाखा का शुभारंम्भ हुआ।
इस तरह जूनियर रैडक्रॉस के संक्षेप मे तीन आदर्श बनते है स्वास्थ्य, सेवा, मित्रता, रिसोर्स पर्सन, अंजू शर्मा ने सी.पी.आर. विषय को रौचक शैली मे प्रस्तुत किया। उन्होने सभी प्रतिभागियों से आहान किया कि सीपीआर की प्रक्रिया को ध्यान से समझे। उन्होने बताया कि यह एक जीवन रक्षक प्रणाली है जो दुर्घटना के समय या आकस्मिक स्थिति मे व्यक्ति के जीवन की रक्षा करने मे बहुत महत्वपूर्ण सिद्व होती है। अंजू शर्मा ने प्रतिभागियों को अभ्यास के माध्यम से इस प्रकिया बारे बताया ताकि आपातकालीन स्थिति मे इसका उपयोग किया जा सके। रिसोर्स पर्सन डॉ. पंकज गौड़ ने प्रतिभागियों को बताया कि शक्ति सम्पन्न राष्टन्न के निर्माण के लिये महिला सषक्तिकरण की आवष्यकता है। भारतीय संसद ने महिला सषक्तिकरण बिल पास कर ऐतहासिक कार्य किया है । भविष्य मे इसके बहुत उतम परिणाम मिलेगें। इस अवसर पर विनीत गाबा, संयुक्त शिविर निदेशक, राजकुमार परेवा, ओमप्रकाश गांधी, डॉ. पंकज गौड़, कृष्ण कक्कड़, अंजू शर्मा, अंजु रानी, जसविन्दर पाल, सूरज मोर्या, विनय चौधरी, संदीप शर्मा, सुनीता देवी, सुदेष रानी, कमलेष कुमारी, संतोष रानी, प्रीति, वन्दना, सुमन कुमारी आदि गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।