यमुनानगर: हरियाणा के यमुनानगर में पुत्रवधु ने अपने प्रेम प्रसंग के चलते ससुर की हत्या कर दी। 5 दिन पहले की गई वारदात का बुधवार को पर्दाफाश हुआ है। हालांकि, मामले में आरोपी पुत्रवधु ही शिकायतकर्ता बनी थी। सबसे ज्यादा रोने का नाटक भी किया। लेकिन, इस बीच उसकी सभी गतिविधियों पर पुलिस ने नजर रखी और वारदात का खुलासा हो गया। अब पुलिस ने आरोपी महिला और उसके प्रेमी के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया है। दोनों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। जिन्हें कोर्ट में पेश किया गया। जहां से दो दिन के रिमांड पर लिया गया है। बड़ी बात है कि बुजुर्ग की हत्या से कुछ दिन पहले ही उसके 19 वर्षीय पोते की संदिग्ध परिस्थितियों में नहर में डूबने से मौत हुई थी। जिस मामले में भी कुछ लोगों पर हत्या के आरोप लगे थे।
अब सिलसिलेवार जानिए क्या है पूरा मामला…
- 19 अगस्त को नहर में डूबा था पोता: आरोपी ललिता ने पुलिस को बताया था कि दादा ओमप्रकाश की हत्या से करीब 25 दिन पहले (19 अगस्त को) उसके 19 वर्षीय पोते अंकुश की पश्चिमी यमुना नहर में डूबने से मौत हो गई थी। परिवार का दावा था कि गांव के ही कुछ लोगों ने भेड़ मरने के विवाद में अंकुश को नहर में धकेल दिया था।
- 7 दिन बाद मिला था शव: 7 दिन बाद अंकुश का शव करनाल जिले की नहर से बरामद हुआ, लेकिन पुलिस ने इसे आत्महत्या मान लिया था। परिजनों ने आरोप लगाया कि अपराधियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई, जिससे उनका हौसला बुलंद हो गया और उन्होंने अब अंकुश के दादा ओमप्रकाश को मौत के घाट उतार दिया है।
- पुत्रवधु ने फोन करके पुलिस को बुलाया: 12 सितंबर (गुरुवार रात) ओमप्रकाश अपने भेड़-बकरियों के बाड़े (घर से 200 मीटर दूर जठलाना रोड पर स्थित) में सो रहा था। सुबह करीब 5 बजे नौकर ने उन्हें खून से लथपथ चारपाई के नीचे पड़ा देखा। गले और सिर पर तेज धारदार हथियार (संभवतः कुल्हाड़ी) से वार किए गए थे।
- महिला बोली थी- पति को मारना चाहते थे आरोपी: परिजन बाड़े में पहुंचे। बहू ललिता ने पुलिस को जानकारी दी और गांव के पांच लोगों पर हत्या का आरोप लगाया। कहा कि आरोपी उसके पति प्रदीप पाल को निशाना बनाना चाहते थे, लेकिन गलती से ससुर की जान ले ली। परिवार ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए तत्काल गिरफ्तारी की मांग की थी।