फतेहाबाद: प्रदेश में 10 अगस्त से हड़ताल पर बैठे ग्रामीण सफाई कर्मचारियों के प्रति सरकार के नकारात्मक रवैये से सफाई कर्मचारियों में रोष बढ़ता जा रहा है। ऐसे में ग्रामीण सफाई कर्मचारियों ने हड़ताल को 23 अक्टूबर तक बढ़ा दिया है। मंगलवार को फतेहाबाद, नागपुर और भट्टू के ग्रामीण सफाई कर्मचारियों ने शहर में रोष प्रदर्शन किया। प्रदर्शन करते हुए सफाई कर्मचारी विधायक दुड़ाराम के कार्यालय पहुंचे और जमकर नारेबाजी करते हुए उनके प्रतिनिधि को मांग पत्र सौंपा। प्रदर्शन में काफी संख्या में महिलाओं ने भाग लिया। ग्रामीण सफाई कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से पिछले 8 दिनों से गांवों का सफाई का काम ठप्प पड़ा है। सफाई कर्मचारी फतेहाबाद में धरना देकर शासन-प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।
ग्रामीण सफाई कर्मचारी यूनियन के जिला सचिव बेगराज व कोषाध्यक्ष हरपाल सिंह ने कहा कि पिछले 8 दिन से हरियाणा के 22 जिलों के 11 हजार ग्रामीण सफज्ञई कर्मचारी हड़ताल करके स्थाई रोजगार और समान वेतन के लिए लड़ रहे हैं। पंचायत मंत्री के साथ चार दौर की वार्ता हो चुकी है लेकिन इन वार्ताओं के बावजूद अभी तक कोई समाधान नहीं किया गया और ना ही 23 जनवरी को अतिरिक्त मुख्य सचिव अनिल मलिक की अध्यक्षता में हुई बैठक और उसमें बनी सहमतियों के पत्र आज तक सरकार ने जारी नहीं किए है। मजबूरन आज प्रदेश के 11 हजार ग्रामीण सफाई कर्मचारियों को अपनी मांगों को लेकर 10 अक्टूबर से हड़ताल पर जाना पड़ा। पिछले 8 दिनों से ग्रामीण सफाई कर्मचारी हड़ताल पर है और 23 अक्टूबर तक हड़ताल को बढ़ा दिया गया है। हड़ताली सफाई कर्मचारियों के प्रतिनिधियों के साथ वार्ता ना करने और कर्मचारियों की लंबित मांगों का समाधानना करने के चलते सफाई कर्मचारियों में हरियाणा सरकार के खिलाफ भारी असंतोष व गुस्सा बढ़ता जा रहा है।
उन्होंने विधायक दुड़ाराम को मांग पत्र सौंपते हुए अनुरोध किया कि वे पंचायत मंत्री और मुख्यमंत्री से बात करके ग्रामीण सफाई कर्मचारियों की लंबित मांगों व समस्याओं का वार्ता के माध्यम से समाधान करवाएं ताकि हड़ताल से प्रभावित होने वाली सफाई व्यवस्था को सुचारू रखा जा सके। प्रदर्शन में भट्टू ब्लाक प्रधान रविन्द्र, जिला वरिष्ठ उपप्रधान सुनील, सचिव रामभगत, रामप्रताप, कृष्ण कुमार, पवन कुमार, जगदीश नूरकी, सुरेंद्र, दीपक कुमार, उग्रसेन, हुकम सिंह, बाला देवी, दर्शना, कमलेश, कश्मीर कौर, दलबीर सिंह आजाद, राजपाल मिताथल के अलावा नागपुर, भट्टू व फतेहाबाद के सैंकड़ों ग्रामीण सफाई कर्मचारियों ने भाग लिया।