पंचकूला: पारस हेल्थ पंचकूला ने आज अपने अत्याधुनिक कार्डियक साइंसेज ब्लॉक का उद्घाटन कर महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की। हॉस्पिटल परिसर में आयोजित इस समारोह में हरियाणा स्टेट इंडस्ट्रियल एंड इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कोरपोरेशन (HSIIDC) के मैनेजिंग डायरेक्टर श्री सुशील सरवन जी उपस्थित थे। नया कार्डियक साइंसेज ब्लॉक पंचकूला और आसपास के क्षेत्रों के लिए हृदय की बीमारियों से संबंधित इलाज में क्रांतिकारी बदलाव लायेगा। इस अत्याधुनिक फैसिलिटी में लेटेस्ट टेक्नोलॉजी और कार्डिएक साइंस के पूरे स्पेक्ट्रम में नॉन-इनवेसिव और इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजी, और कार्डियोथोरेसिक सर्जरी (CTVS) वाले हाइली ट्रेंड विशेषज्ञों की एक टीम है।
उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए कार्डियोलॉजी के डॉयरेक्टर डॉ. नवीन अग्रवाल ने कहा, “भारत में हृदय रोग एक बढ़ती हुई चिंता है। हृदय बीमारियों के मामलों में उल्लेखनीय वृद्धि देखी जा रही है। तनावपूर्ण लाइफस्टाइल, अस्वस्थ आदतें और निवारक उपायों की कमी आदि चीजों की वजह से हृदय की बीमारियां बढ़ रही हैं। पारस हेल्थ में हम इस चुनौती से निपटने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमारा नया कार्डियक साइंसेज ब्लॉक उस प्रतिबद्धता का प्रमाण है। यह अत्याधुनिक फैसिलिटी हमें नवीनतम नॉन-इनवेसिव और इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजी प्रक्रियाओं की पेशकश करने की सहूलियत प्रदान करती है, जिससे सटीक डायग्नोसिस, प्रभावी इलाज और अंततः, हमारे समुदाय के लिए बेहतर हृदय स्वास्थ्य सुनिश्चित होता है। इससे न केवल पंचकूला में बल्कि ट्राइसिटी के आस-पास के क्षेत्रों में लोगों को हृदय की बीमारियों के इलाज के लिए सहूलियत मिलेगी।”
कार्डियोलॉजी डॉयरेक्टर डॉ अरविंद कौल ने कहा, “हृदय की बीमारियों के इलाज के लिए समय पर पहचान और समय पर हस्तक्षेप महत्वपूर्ण होता है। हेल्थकेयर में एडवांस्ड टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल से डॉक्टरों को अर्थिथमिस (अतालता) और कोरोनरी ब्लॉकेज जैसी समस्याओं का सटीक डायग्नोसिस करने में मदद मिलती है। इसका मतलब है कि टेक्नोलॉजी की वजह से एंजियोप्लास्टी और एब्लेशन थेरेपी जैसी कम आक्रामक और तेज़ प्रक्रियाएँ होती है।। हमारी विशेषज्ञ टीम पेसमेकर ट्रांसप्लांट या वाल्व रिप्लेसमेंट वाले गंभीर मामलों को इलाज करने के काबिल है। हमारी टीम मरीजों को एक ही छत के नीचे व्यापक देखभाल प्रदान करती है।”
इसके अलावा CTVS के डॉयरेक्टर और मुख्य सलाहकार डॉ. राणा संदीप सिंह ने इस बात पर प्रकाश डाला कि जटिल हृदय संबंधी मामलों में सकारात्मक परिणाम प्राप्त करने के लिए कार्डियोलॉजिस्ट (हृदय रोग विशेषज्ञों) और कार्डियोवैस्कुलर सर्जन (हृदय शल्य चिकित्सकों) के बीच सहयोग कितना महत्वपूर्ण है। उन्होंने आगे कहा, “इससे हमें व्यक्तिगत उपचार योजनाएँ बनाने में मदद मिलती है, जिसमें न्यूनतम इनवेसिव हृदय सर्जरी या एओर्टिक वाल्व रिप्लेसमेंट या एनियरिज्म रिपेयर जैसी जटिल प्रक्रियाओं सहित कई दृष्टिकोण शामिल हो सकते हैं। यह सहयोगी माहौल मरीजों के लिए सबसे जटिल हृदय संबंधी बीमारियों के लिए भी सर्वोत्तम संभव इलाज मुहैया करता है।”
पारस हेल्थ पंचकूला के जोनल डायरेक्टर डॉ. जतिंदर अरोड़ा ने कहा, “पारस हेल्थ पंचकूला में हम कार्डिएक केयर के लिए एक समग्र दृष्टिकोण में विश्वास करते हैं। नया कार्डियक साइंसेज ब्लॉक हमारी प्रतिबद्धता का सिर्फ़ एक पहलू है। हम प्रीवेंटिव कार्डियोलॉजी के लिए भी उतने ही समर्पित हैं, व्यापक स्क्रीनिंग कार्यक्रम और लाइफस्टाइल में बदलाव के लिए मार्गदर्शन प्रदान करते हैं। यह बहुआयामी दृष्टिकोण सुनिश्चित करता है कि हम अपने मरीजों की हृदय स्वास्थ्य संबंधी ज़रूरतों के पूरे स्पेक्ट्रम का समाधान करें।”
उद्घाटन समारोह का समापन नए कार्डियक साइंसेज ब्लॉक के टूर के साथ हुआ। टूर में इसके एडवांस्ड उपकरण और मरीज-केंद्रित डिज़ाइन का प्रदर्शन किया गया। इस महत्वपूर्ण फैसलिटी के लॉन्च के साथ पारस हेल्थ पंचकूला असाधारण और सुलभ हृदय देखभाल प्रदान करने के लिए अपनी अटूट प्रतिबद्धता की पुष्टि की है। इस फैसिलिटी की मदद से कार्डिएक मरीजों के समुदाय को स्वस्थ और लंबा जीवन जीने में मदद मिलेगी।
पारस हेल्थ के बारे में
पारस हेल्थकेयर प्राइवेट लिमिटेड ने 2006 में गुरुग्राम में अपना पहला हॉस्पिटल शुरू किया था और तब से यह एक कॉर्पोरेट हेल्थकेयर चेन के रूप में विकसित हो गया है। वर्तमान में पारस हेल्थ के 6 राज्यों के 8 शहरों में मल्टी-स्पेशलिटी टेर्टियारी केयर हॉस्पिटल है, जिसमें गुरुग्राम, पटना, पंचकूला, कानपुर, रांची, उदयपुर, श्रीनगर और दरभंगा में कुल 2,000 से अधिक बेड के हॉस्पिटल शामिल हैं। पारस इन हॉस्पिटल्स में कार्डियक साइंसेज, न्यूरो साइंसेज, ऑर्थोपेडिक्स, ऑन्कोलॉजी और गैस्ट्रोएंटरोलॉजी संबंधी ट्रीटमेंट प्रदान करता हैं।