चंडीगढ़: चंडीगढ़ के सेक्टर-35 स्थित बंग भवन में चल रही दुर्गा पूजा के आखिरी दिन सिंदूर खेला रस्म हुई। इस दौरान सभी महिलाओं ने एक दूसरे का सिंदूर लगाया। जिसके बाद मां की विदाई हुई। वहीं दूसरी तरफ शहर में दशहरा उत्सव की तैयारियां जोरों पर हैं। इस बार चंडीगढ़ के 10 स्थानों पर रावण, मेघनाद और कुंभकर्ण के पुतलों का दहन किया जाएगा। रामलीला कमेटियों ने इस बार सुरक्षा पर खास ध्यान दिया है और केवल पुलिस पर निर्भर न रहकर प्राइवेट सिक्योरिटी एजेंसियों को भी जिम्मेदारी सौंपी है।
सेक्टर-46 में 101 फीट का रावण
सबसे बड़ा आकर्षण सेक्टर-46 का दशहरा होगा, जहां सनातन धर्म कमेटी ने 101 फीट ऊंचा रावण का पुतला तैयार किया है। इसके साथ ही मेघनाद का 90 फीट और कुंभकर्ण का 95 फीट ऊंचा पुतला भी खड़ा किया गया है। सेक्टर-29 में 80 फीट ऊंचा रावण, 75 फीट का कुंभकर्ण और 70 फीट का मेघनाद तैयार किया गया है।
सेक्टर-46 में 101 फीट का रावण
सबसे बड़ा आकर्षण सेक्टर-46 का दशहरा होगा, जहां सनातन धर्म कमेटी ने 101 फीट ऊंचा रावण का पुतला तैयार किया है। इसके साथ ही मेघनाद का 90 फीट और कुंभकर्ण का 95 फीट ऊंचा पुतला भी खड़ा किया गया है। सेक्टर-29 में 80 फीट ऊंचा रावण, 75 फीट का कुंभकर्ण और 70 फीट का मेघनाद तैयार किया गया है।
सेक्टर-34 में 65 फीट का रावण, मेघनाद-कुंभकर्ण के 60-60 फीट जलेंगे
सेक्टर-34 में 65 फीट का रावण और मेघनाद व कुंभकर्ण के 60-60 फीट ऊंचे पुतले बनाए गए हैं। सेक्टर-27 में रावण का पुतला 75 फीट, मेघनाद 70 फीट और कुंभकर्ण 65 फीट ऊंचा होगा। सेक्टर-17 में भी 70 फीट का रावण और 65-65 फीट के मेघनाद व कुंभकर्ण के पुतले लगाए गए हैं।
इसके अलावा सेक्टर-24, 43 और 48 में भी दशहरा उत्सव पर पुतलों का दहन होगा। यहां स्थानीय रामलीला कमेटियों ने विशेष सांस्कृतिक कार्यक्रमों की भी रूपरेखा तैयार की है।