हरियाणा में लगातार हो रही बारिश से नदियां उफान पर हैं। इसी बीच दिल्ली ओखला बैराज से फरीदाबाद की ओर 2.35 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया, जिससे यमुना का जलस्तर खतरे के निशान पर पहुंच गया है। मारकंडा नदी में तेज बहाव के कारण कुरुक्षेत्र के नैसी गांव के पास तटबंध टूट गया। इससे आसपास के खेतों में पानी घुस गया और बाढ़ का खतरा बढ़ गया। प्रदेश में इस मानसून सीजन सामान्य से 47 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है। इससे प्रदेश के कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात हैं। कुरुक्षेत्र में घग्गर और मारकंडा नदी का पानी ओवरफ्लो होकर घरों में घुस चुका है। बीते कल पंचकूला में हुई भारी बारिश के चलते मोरनी हिल्स एरिया में कई जगहों पर लैंडस्लाइड हुआ, जिसके कारण पंचकूला-मोरनी को जोड़ने वाली सड़क भी कई जगहों से टूट गई है।
सिरसा में भी घग्गर ने फसल बर्बाद की। अंबाला में टांगरी नदी का पानी आसपास की कॉलोनियों में भर गया, जिससे लोगों ने बेघरों की तरह सड़कों पर रात गुजारी। हालांकि, सुबह इसके बहाव में गिरावट आई है। पिछले 24 घंटे में कुरुक्षेत्र, फतेहाबाद, भिवानी, करनाल और यमुनानगर में घरों की छतें गिरने से 3 बच्चियों समेत 8 लोगों की मौत हो गई। सिरसा में कार नहर में गिरने, यमुनानगर में यमुना में डूबने से 2 लोगों की मौत हुई। वहीं, पानीपत में 3 साल का बच्चा छत से स्लिप होकर नीचे गिर गया। उसकी मौत हो गई।
आज प्रदेश के 6 जिलों में बारिश का अलर्ट है। सुबह जींद और झज्जर में बारिश हुई, जबकि हिसार, सिरसा और फतेहाबाद में अभी भी बारिश जारी है।