फतेहाबाद। सरकार द्वारा आशा वर्करों की मांगे न माने जाने पर आशा वर्करों ने 27 सितम्बर तक हड़ताल को बढ़ाने की घोषणा कर दी है। इसके साथ ही आशा वर्कर्स 25 सितम्बर को प्रदेशभर में जिला मुख्यालयों पर परिवार सहित जेल भरो आंदोलन चलाएंगी। 27 सितम्बर को भगत सिंह जयंती पर उनकी विचारधारा को लेकर सेमिनार आयोजित किए जाएंगे।
यह जानकारी फतेहाबाद में डीसी कार्यालय के बाहर हड़ताल के दौरान आशा वर्कर्स द्वारा दिए जा रहे धरने के 40वें दिन जिला प्रधान शीला शक्करपुरा ने कही। आज के धरने का संचालन जिला सचिव सुमन ने किया। आशा वर्कर्स ने मांग की है कि उनके न्यूनतम वेतन 26 हजार रुपये दिया जाए। आशाओं को सरकारी कर्मचारी का दर्जा मिले। रिटायरमेंट आयु 65 साल हो। जिला प्रधान शीला शक्करपुरा ने कहा कि आशाओं का मानदेय 2018 के बाद नहीं बढ़ाया गया है परंतु काम पांच गुना बढ़ा दिया गया है। अपनी जायज मांगों को लेकर प्रदेशभर की आशा वर्कर्स हड़ताल पर है। सरकार पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि सरकार आशा वर्करों की मांग मानने की बजाय गुंडागर्दी पर उतरी है जिसको लेकर आशा वर्कर्स में भारी गुस्सा है। उन्होंने कहा कि इन आंदोलनों के बाद भी अगर सरकार उनकी कोई भी बात नहीं मानेगी तो हड़ताल को आगे बढ़ाया जाएगा, इससे जनहित में जो भी नुकसान होगा उसकी जिम्मेदार सरकार व अधिकारी होंगे। धरने सीटू जिला कैशियर बेगराज, वीना सहनाल, सुमन धारणिया, सुनीता, मंजू, शारदा, राजबाला, सरबजीत, कमल, विरपाल, इंद्रवती, सविता संबोधित किया।