पंचकुला; शालीमार ग्राउंड, सेक्टर-5, पंचकुला में आदर्श रामलीला के 45वें वर्ष की रामलीला के नौवें दिवस का मंचन सोमवार रात्रि को बड़े ही भव्य और रोमांचक अंदाज़ में हुआ। इस अवसर के मुख्य अतिथि प्रसिद्ध समाजसेवी श्री जगमोहन गर्ग रहे। श्री गर्ग अनेक सामाजिक एवं धार्मिक संस्थाओं से जुड़कर सेवा कार्यों में अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं। वे— • President: सर्वोत्तकृष्ट स्कूल सेक्टर 43 चंडीगढ़ (विद्या भारती यूनिट), सत्य दर्शन चैरिटेबल ट्रस्ट (रजि.) पंचकुला, महाराजा अग्रसेन वेलफेयर ट्रस्ट (रजि.) पंचकुला
• Chairman: दुर्गा मंदिर सभा सेक्टर 7 पंचकुला
• Patron: कामधेनु गौशाला सेवा सदन पिंजौर
• Past President: रोटरी क्लब पंचकुला
• General Secretary: महाराजा अग्रसेन चैरिटेबल ट्रस्ट (रजि.) पंचकुला, राधा माधव सेवा समिति ट्रस्ट (रजि.)
• Senior Vice President: महाराजा अग्रसेन सेवा सदन हरिद्वार (अग्रवाल भवन)
के साथ-साथ अनेक सामाजिक संगठनों से सक्रिय रूप से जुड़े हुए हैं।
कार्यक्रम में हनुमान जी ने जामवंत के कहने पर समुद्र लांघकर लंका में प्रवेश किया। अशोक वाटिका में उन्होंने रावण द्वारा माता सीता को दी जा रही प्रताड़ना देखी और अपना परिचय देकर माता सीता को आश्वासन दिया कि प्रभु श्रीराम शीघ्र ही उन्हें रावण के चंगुल से मुक्त कराएंगे।
भूख लगने पर जब हनुमान जी ने फल तोड़े तो लंका के सैनिकों और बागबानों ने विरोध किया। क्रोधित होकर उन्होंने संपूर्ण अशोक वाटिका को उजाड़ डाला। अशोक वाटिका के फलों का प्रसाद पंडाल में मौजूद हजारों दर्शकों में वितरित किया गया। रावण का पुत्र अक्षय कुमार हनुमान को सबक सिखाने आया, लेकिन हनुमान जी ने उसे भी मृत्यु को प्राप्त कर दिया। तत्पश्चात मेघनाथ ने हनुमान जी को बंदी बनाकर रावण दरबार में प्रस्तुत किया।
रावण और हनुमान के संवाद ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। रावण के आदेश पर जब हनुमान की पूंछ में आग लगाई गई, तो हनुमान जी ने उसी अग्नि से संपूर्ण लंका को जला डाला। इसी बीच विभीषण ने रावण को समझाने का प्रयास किया, परंतु रावण ने उसे अपमानित कर लंका से निकाल दिया।
युद्ध टालने के लिए श्रीराम ने अंगद को शांति दूत बनाकर रावण दरबार भेजा। अंगद ने अपनी शक्ति का परिचय देते हुए अपना पैर इस शर्त पर जमाया कि यदि कोई इसे हिला दे तो सीता माता लंका की हो जाएंगी। लेकिन रावण सहित कोई भी उसका पैर हिला न सका। रावण द्वारा अपमानित होने के बाद अंगद ने युद्ध का ऐलान कर रामदल में वापसी की।
रामलीला पंडाल में भारी भीड़ मौजूद रही, परंतु प्रबंधन और बाउंसर्स की सतर्कता से कार्यक्रम शांतिपूर्वक संपन्न हुआ।
आज के मंचन में मुख्य भूमिकाओं में—
• रावण: रोबिन सक्सेना
• हनुमान: गौतम शर्मा
• सीता: गुंजन चौहान
• मेघनाथ: शंकर दत्ता
• विभीषण: कृष्ण चौहान
• अंगद: लविश अरोड़ा
• अक्षय कुमार: आयुष सक्सेना
ने शानदार अभिनय कर दर्शकों की वाहवाही लूटी।
स्टेज संचालन कर रहे रविश गौतम और प्रधान रमेश चड्ढा जी ने बताया कि मंगलवार रात को लक्ष्मण मूर्छा, कुंभकर्ण वध और मेघनाथ वध का मंचन किया जाएगा, जो दर्शकों के लिए अत्यंत रोचक और दर्शनीय होगा।