2008 मुंबई आतंकी हमले के आरोपी तहव्वुर राणा से राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने सोमवार को चौथे दिन पूछताछ की। मुख्य जांच अधिकारी जया रॉय के नेतृत्व में NIA के अधिकारियों की एक टीम राणा से रोज 8 से 10 घंटे पूछताछ कर रही है। सूत्रों का कहना है कि पूछताछ के दौरान राणा सहयोग भी कर रहा है। पिछले 4 दिन में राणा ने केवल तीन चीजें मांगी हैं – एक कलम, कागज या नोटपैड और कुरान। ये तीनों उसे दिए गए हैं। हालांकि उसने अभी तक किसी खास तरह के खाने की मांग नहीं की है। इसलिए उसे स्टैंडर्ड प्रोटोकॉल के मुताबिक दूसरे आरोपियों को दिया जाने वाला खाना मिल रहा है। राणा को सीजीओ कॉम्प्लेक्स में आतंकवाद विरोधी एजेंसी के हेडक्वॉर्टर के अंदर एक हाई सिक्योरिटी सेल में रखा गया है। यहां चौबीसों घंटे सुरक्षाकर्मी उसकी निगरानी करते हैं।
तहव्वुर को 10 अप्रैल को भारत लाया गया
तहव्वुर को 10 अप्रैल को स्पेशल विमान से अमेरिका से भारत लाया गया था। इसके बाद उसे 18 दिन की NIA कस्टडी में भेजा गया है। कस्टडी के दौरान NIA रोजाना राणा से पूछताछ की एक डायरी तैयार कर रही है।\
तहव्वुर राणा को लेकर 3 जरूरी बातें
- राणा को NIA मुख्यालय, लोधी रोड में हाई-सिक्योरिटी ग्राउंड फ्लोर की 14×14 फीट की सेल में रखा गया है। वह सुसाइड वॉच पर है और उस पर 24 घंटे गार्ड्स और सीसीटीवी से निगरानी रखी जा रही है। उसे केवल सॉफ्ट टिप पेन ही दिया गया है, जिससे वह खुद को नुकसान न पहुंचा सके।
- राणा ने ‘दुबई मैन’ का नाम लिया है, जिसे हमले की पूरी प्लानिंग पता थी। एजेंसी को शक है कि यह व्यक्ति पाकिस्तान और दुबई के बीच नेटवर्क संभालता था और हमलों की फाइनेंसिंग, लॉजिस्टिक सपोर्ट में अहम भूमिका निभा रहा था।
- ये भी पता चला है कि राणा का पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI से भी करीबी संपर्क था और उसे पाकिस्तानी सेना की वर्दी से खास लगाव था। NIA ने पहले दिन शुक्रवार को राणा से 3 घंटे पूछताछ की। NIA की कोशिश है कि तहव्वुर के परिवार और दोस्तों के बारे में जानकारी जुटाई जा सके।